23 जुलाई 2024 को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एक बजट पेश किया. इस बजट में कृषि से सम्बंधित कई योजनाओं का ज़िक्र किया गया है. बजट में सरकार ने 500 करोड़ रूपये नमो ड्रोन दीदी योजना (Namo Drone Didi Scheme) के लिए आवंटित किये हैं. नमो ड्रोन दीदे योजना का लक्ष्य कृषि के क्षेत्र में महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना है. यह योजना 28 नवंबर 2023 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लांच की गयी थी. आइये जानते हैं आख़िर ये योजना है क्या? इसका लाभ किसे मिलेगा? और इससे कृषि क्षेत्र में क्या सुधार होगा?
योजना के फायदे क्या हैं?
इस योजना के अंतर्गत सरकार की तरफ से महिलाओं को ड्रोन उड़ाने की ट्रेनिंग मुफ्त में दी जाएगी. साथ ही ड्रोन खरीदने पर सब्सिडी और लोन की सुविधा भी सरकार देती है. ड्रोन की खरीद पर महिला स्वयं सहायता समूहों को सब्सिडी मिलती है. ड्रोन की कीमत का 80 फीसदी या अधिकतम 8 लाख रुपये की सब्सिडी सरकार देती है. ड्रोन की बाकी लागत के लिए कृषि अवसंरचना निधि (AIF) से ऋण सुविधा भी उपलब्ध है. ड्रोन की सहायता से महिला ख़ुद सहायता समूह एक साल का एक के लाख रुपये ज़्यादा कमा सकती हैं.
15,000 महिलाओं का हुआ चयन
नमो ड्रोन दीदी योजना (Namo Drone Didi Scheme) का उद्देश्य किसानों को किराये की सेवाएं प्रदान करने के लिए 2023-24 से 2025-26 की अवधि के दौरान स्वयं सहायता समूहों की 15,000 चुनी हुई महिलाओं को ड्रोन मुहैया कराना है. ड्रोन के इस्तेमाल में महिलाओं को आगे लाने और ग्रामीण महिलाओं को रोजगार के बेहतरीन अवसर उपलब्ध कराने के उद्देश्य से पीएम मोदी ने नमो ड्रोन दीदी योजना की शुरुआत की है. इस योजना से कई ग्रामीण महिलाएं ड्रोन दीदी बनकर अच्छी कमाई कर रही हैं और अपना जीवन चला रही हैं.
ड्रोन दीदी की ट्रेनिंग में क्या होता है?
ड्रोन दीदी की ट्रेनिंग में महिलाओं को ड्रोन उड़ाने, डेटा विश्लेषण और ड्रोन के रखरखाव से जुड़ी ट्रेनिंग दी जा रही है. इसमें महिलाओं को ड्रोन का प्रयोग करके अलग-अलग खेती कार्यों के लिए ट्रेन्ड किया गया है जैसे ड्रोन के जरिए फसलों की निगरानी, कीटनाशकों और उर्वरकों का छिड़काव और बीज कैसे उगाना है उसकी ट्रेनिंग भी इस योजना में दी गयी है.
कैसे मिलेगा ड्रोन दीदी योजना का फायदा
- महिला का भारतीय नागरिक होना भी जरूरी है.
- ड्रोन दीदी योजना का फायदा उठाने के लिए आपको स्वयं सहायता समूह का सक्रिय सदस्य होना जरूरी है.
- इस योजना का लाभ लेने के लिए महिला की उम्र 18 से 37 साल के बीच होनी चाहिए.
- योजना के तहत चयन की गई महिला को 15 दिनों तक ड्रोन चलाने की ट्रेनिंग दी जाएगी.
- ड्रोन दीदी के तौर पर जो महिला काम करेगी उन्हें 15,000 रुपये की सैलरी मिलेगी.
- ड्रोन चलाने की ट्रेनिंग 10 से 15 गांवों का एक कलस्टर बनाकर महिलाओं को दी जाती है.
- योजना के जरिये महिलाओं के खाते में उनकी सैलरी डायरेक्ट ट्रांसफर की जाती है.
कौन-कौन से डॉक्यूमेंट जरूरी
योजना का फायदा उठाने के लिए इन दस्तावेजों की जरूरत है.
- आधार कार्ड
- स्थानीय निवासी प्रमाण पत्र
- पैन कार्ड
- फोन नंबर
- ईमेल आईडी
- पासपोर्ट साइज फोटो
- स्वयं सहायता ग्रुप का पहचान पत्र